महानदी में नाव पलटने से छत्तीसगढ़ के रहने वाले 7 लोग डूबे, सभी डूबने वाले के नाम आए सामने, CM विष्णुदेव साय ने जताया दुख
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से लगे ओडिशा के महानदी में नाव पलटने 7 लोग नदी में डूब गए हैं। ओडिशा के पत्थर सेनी मंदिर के पास बड़ा हादसा हुआ है। गोताखोरों की टीम लोगों की तलाश में जुटी थी लेकिन रात होने के कारण 7 लोगों को पता नहीं चला है। बताया जा रहा है कि लगभग 40 लोग नाव में सवार थे।
ओडिसा के झारसुगड़ा जिले के शरदा गांव के पास पत्थर सेनी मंदिर स्थित महानदी में नाव डूबने से एक व्यक्ति के निधन की दुःखद सूचना प्राप्त हो रही है। जबकि 45 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है। 6 अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
झारसुगड़ा प्रशासन और रायगढ़ जिला प्रशासन के बीच…
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) April 19, 2024
गोताखोरों की टीम लोगों की तलाश में जुटी थी लेकिन रात होने के कारण 7 लोगों को पता नहीं चला है। बताया जा रहा है कि लगभग 40 लोग नाव में सवार थे।
आपको बता दें कि यह उड़ीसा के रेंगाली थाना के सरधा गांव की घटना है। झारसुगुड़ा जिले का मामला है। एसपी झारसुगुड़ा सहित ओडिशा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य जारी है। गोताखोर लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं। अभी तक 1 शव बरामद किया गया है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद रायगढ़ कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और एसपी दिव्यांग पटेल घटनास्थल पहुंचे हैं। कलेक्टर ने पुष्टि करते हुए बताया है कि एक की मौत हुई है। वहीं सात लोग लापता हैं। एक 35 वर्षीय महिला की मौत हुई है। लापता लोगों में तीन महिलाएं चार बच्चे हैं, और ज्यादातर लोग खरसिया के अंजोरीपाली गांव के थे। लापता सभी लोग छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के निवासी हैं।
लापता लोगों के नाम
घसनीन बाई 36 साल
नानदूधी बाई 36
विक्कू राठिया 8 साल
राधिका बाई 26
कुणाल राठिया 8 वर्ष
तेरस बाई 52 वर्ष
नवीन राठिया 7 वर्ष
खरसिया । झारसुगड़ा नाव हादसे में 7 लोगों की डेडबॉडी बरामद कर ली गई है। 1 लापता महिला की तलाश जारी है। सभी मृतक अंजोरीपाली के रहने वाले थे। सभी डेडबॉडी को अंजोरी पाली लेकर पुलिस पहुंची है। खरसिया के अंजोरीपाली में अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूर्व मंत्री उमेश पटेल भी अंजोरोपाली पहुंचे हैं।
ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में महानदी से पांच और शवों के मिलने के साथ ही नौका पलटने की घटना में मारे गए लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर सात हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार शाम नाव पलटने के तुरंत बाद तलाश अभियान शुरू करने वाले ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल तथा अग्निशमन सेवा के कर्मियों ने महानदी से पांच और शव बरामद किए हैं।
इससे पहले, दो लोगों के शवों को बाहर निकाला गया था और सात लोग लापता थे। उन्होंने कहा, ‘‘नदी के हीराकुंड जलाशय से पांच और शव बरामद किए गए।’’ अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
वहीं पूर्व मंत्री उमेश पटेल उड़ीसा पहुंचे। घटना में मृतक के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। राज्य शासन से पीड़ितों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपए मुआवजे की मांग की है।
उन्होंने कहा, ‘‘पांच स्कूबा गोताखोरों ने अपने हेडगियर में कैमरे लगाकर तलाश अभियान शुरू किया और उन्होंने दो महिलाओं तथा तीन लड़कों के शवों का पता लगाया।’’ अधिकारी ने बताया कि तलाश अभियान अब भी जारी है। हादसे में मारे गए सभी लोग पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे।
यह हादसा तब हुआ जब करीब 50 लोग ओडिशा के बारगढ़ जिले के पथरसेनी कुडा स्थित मंदिर के दर्शन करने के बाद नौका से लौट रहे थे। नाव झारसुगुड़ा जिले के रेंगाली पुलिस थाना अंतर्गत शारदा घाट पहुंचने वाली थी कि इससे पहले यह हादसे की शिकार हो गई।
प्रत्येक मृतक के परिजनों कोअनुग्रह राशि देने की घोषणा :-
अधिकारी ने बताया कि स्थानीय मछुआरों ने 40 यात्रियों को बचाया। सूत्रों ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रशासन ने शवों को ले जाने की व्यवस्था की है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नाव पलटने की घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।